बस तुम्हारा मकाँ दिखाई दिया's image
0516

बस तुम्हारा मकाँ दिखाई दिया

ShareBookmarks

बस तुम्हारा मकाँ दिखाई दिया
जिस में सारा जहाँ दिखाई दिया

वो वहीं था जहाँ दिखाई दिया
इश्क़ में ये कहाँ दिखाई दिया

उम्र भर पर नहीं मिले हम को
उम्र भर आसमाँ दिखाई दिया

रोज़ दीदा-वरों से कहता हूँ
तू कहाँ था कहाँ दिखाई दिया

अच्छे-ख़ासे क़फ़स में रहते थे
जाने क्यूँ आसमाँ दिखाई दिया

Read More! Learn More!

Sootradhar