चंचल पवन प्राणमय बंधन's image
0134

चंचल पवन प्राणमय बंधन

ShareBookmarks

चंचल पवन प्राणमय बंधन
व्योम सभी के ऊपर छाया
एक चांदनी का मधु लेकर
एक उषा में जगो जगाओ

झिझक छोड़ दो, जाल तोड़ दो
तज मन का जंजाल जोड़ दो
मन से मन जीवन से जीवन
कच्चे कल्पित पात्र फोड़ दो

साँस-साँस से लहर-लहर से
और पास आओ लहराओ

 

Read More! Learn More!

Sootradhar