Shrikant Verma (18 September 1931 – 25 May 1986) was an Indian poet and a Member of Parliament from Madhya Pradesh as an INC candidate from 1976 to 1982 and 1982 to 1986. Verma died of cancer in 1986 in New York. Verma was born in Bilaspur city in the Indian state of Madhya Pradesh. He graduated from Nagpur University with a Master of Arts degree in Hindi. He has authored twenty books. Verma was awarded Tulsi Samman for Jalsagar from Madhya Pradesh Government in 1976 and Shiksha Samman from Madhya Pradesh State Kala Parishad in 1981. In 1982, he presided over the Afro-Asian Writer's Conference hosted in New Delhi. In 1987, he was posthumously awarded the Sahitya Academy Award for Magadh.
श्रीकांत वर्मा (18 सितम्बर 1931- 25 मई 1986) का जन्म बिलासपुर छत्तीसगढ़ में हुआ। वह गीतकार, कथाकार तथा समीक्षक के रूप में जाने जाते हैं। राजनीति से भी जुडे थे तथा राज्यसभा के सदस्य रहे। १९५७ में प्रकाशित 'भटका मेघ', १९६७ में प्रकाशित 'मायादर्पण' और 'दिनारम्भ', १९७३ में प्रकाशित 'जलसाघर' और १९८४ में प्रकाशित 'मगध' इनकी काव्य-कृतियाँ हैं। 'मगध' काव्य संग्रह के लिए 'साहित्य अकादमी पुरस्कार' से सम्मानित हुये। 'झाड़ी' तथा 'संवाद' इनके कहानी-संग्रह है। 'अपोलो का रथ' यात्रा वृत्तान्त है। 'बीसवीं शताब्दी के अंधेरे में' साक्षात्कार ग्रंथ है। उनकी प्रारंभिक शिक्षा बिलासपुर(bilaspur) तथा रायपुर(raipur) में हुई। नागपुर विश्वविद्यालय से १९५६ में उन्होंने हिन्दी साहित्य में स्नातकोत्तर उपाधि प्राप्त की। इसके बाद वह दिल्ली चले गये और वहाँ विभिन्न पत्र-पत्रिकाओं में लगभग एक दशक तक पत्रकार के रूप में कार्य किया। १९६६ से १९७७ तक दिनमान के विशेष संवाददाता रहे। १९७६ में काँग्रेस के टिकट पर चुनाव जीतकर राज्य सभा के सदस्य बने।