और वाइज़ के साथ मिल ले शैख़'s image
0277

और वाइज़ के साथ मिल ले शैख़

ShareBookmarks

और वाइज़ के साथ मिल ले शैख़

खोल आपस के बीच किल्ले शैख़

तीर सा क़द कमान कर अपना

खींच फ़ाक़ों के बीच चिल्ले शैख़

छोड़ तस्बीह हज़ार दानों की

हाथ में अपने एक दिल ले शैख़

भूँक मत ग़ैर पर न कर हमला

मर्द है नफ़स पर तो पिल ले शैख़

ख़ाल-ए-ख़ूबाँ सीं तुझ कूँ क्या निस्बत

बस हैं बकरे के तुझ को तिल्ले शैख़

उस से संगीं-दिलाँ का शौक़ न कर

मत तू सीने पे अपने सिल ले शैख़

छोड़ दे ज़ोहद-ए-ख़ुश्क ये प्याला

ख़ुश हो कर 'आबरू' से मिल ले शैख़

Read More! Learn More!

Sootradhar