![भाषा अब वेश्या है's image](/images/post_og.png)
भाषा अब वेश्या है।
सबकी बाँहों में समायी हुई,
सबके ओठों पर बसी रहती है।
उसके विवस्त्र अंगों में अब कोई अर्थनहीं।
Read More! Learn More!
भाषा अब वेश्या है।
सबकी बाँहों में समायी हुई,
सबके ओठों पर बसी रहती है।
उसके विवस्त्र अंगों में अब कोई अर्थनहीं।