![यह समययह समय's image](https://kavishala-ejf3d2fngme3ftfu.z03.azurefd.net/kavishalalabs/sootradhar_post/Poet_Rajesh_Joshi.jpg)
यह समय
यह मूर्तियों को सिराये जाने का समय है ।
मूर्तियाँ सिराई जा रही हैं ।
दिमाग़ में सिर्फ़ एक सन्नाटा है
मस्तिष्क में कोई विचार नहीं
मन में कोई भाव नहीं
काले जल में, बस, मूर्ति का मुकुट
धीरे-धीरे डूब रहा है !
Read More! Learn More!
यह समय
यह मूर्तियों को सिराये जाने का समय है ।
मूर्तियाँ सिराई जा रही हैं ।
दिमाग़ में सिर्फ़ एक सन्नाटा है
मस्तिष्क में कोई विचार नहीं
मन में कोई भाव नहीं
काले जल में, बस, मूर्ति का मुकुट
धीरे-धीरे डूब रहा है !