Couplets by Pratap Somvanshi's image
0562

Couplets by Pratap Somvanshi

ShareBookmarks
अपने भीतर है जो इंसान बचाकर रखना
अपनी मिट्टी की ये पहचान बचाकर रखना

हिम्मत,ताकत,प्यार,भरोसा जो है सब इनसे ही है
कुछ नंबर हैं जिन पर मैंने ज्यादा फोन लगाया है

दुकानों पर यहां रिश्ते टंगे हैं
जो दिखता है वही बिकता बहुत है
भरोसा कांच सा होता है बेशक
अगर टूटे तो ये चुभता बहुत है

मेरे सिर पर हाथ रख कर मुश्किलें सब ले गया
इक दुआ के सामने हर वार छोटा पड़ गया ...
Read More! Learn More!

Sootradhar