श्री यमुने सुखकारनी प्राण प्रतिके's image
0286

श्री यमुने सुखकारनी प्राण प्रतिके

ShareBookmarks

श्री यमुने सुखकारनी प्राण प्रतिके ।
जिन्हे भूलि जात पिय सुधि करि देत, कहाँ लों कहिये इनके जु हित के ॥१॥
पिय संग गान करे उमंगी जो रस भरे, देत तारी कर लेत झटके ।
दास परमानन्द पाये अब ब्रजचन्द अहि जानत सब प्रेम गति के ॥२॥

 

Read More! Learn More!

Sootradhar