मेरे जीने का तौर कुछ भी नहीं's image
0126

मेरे जीने का तौर कुछ भी नहीं

ShareBookmarks

मेरे जीने का तौर कुछ भी नहीं
साँस चलती है और कुछ भी नहीं

दिल लगा कर फँसे हम आफ़त में
बात इतनी है और कुछ भी नहीं

आप हैं आप आप सब कुछ हैं
और मैं और और कुछ भी नहीं

हम अगर हैं तो झेल डालेंगे
दिल अगर है तो जौर कुछ भी नहीं

शेर लिखते हैं शेर पढ़ते हैं
‘नूह’ मैं वस्फ़ और कुछ भी नहीं

Read More! Learn More!

Sootradhar