नरेश सक्सेना हिंदी के कवि है. समकालीन हिंदी कवियों में उनकी अलग पहचान है. कविता के अलावा उनकी सक्रियता के अनेक क्षेत्र हैं. उन्होंने टेलीविज़न और रंगमंच के लिए लेखन किया है. उनका एक नाटक `आदमी का आ´ देश की कई भाषाओं में पांच हज़ार से ज़्यादा बार प्रदर्शित हुआ है. साहित्य के लिए उन्हें 2000 का पहल सम्मान मिला तथा निर्देशन के लिए 1992 में राष्ट्रीय फि़ल्म पुरस्कार.