फिलिप्स का रेडियो's image
0347

फिलिप्स का रेडियो

ShareBookmarks


उस पर विविध भारती और समाचार सुनते घर पुराना हो गया

उसके साथ ही ऊँची नीची आवाज़ें कमजोर तरंगें

उसके नॉब भी खो गये पिछली सफेदी में

धूप में गरमाये सेल रात के अँधेरे में एकाएक चुप हो जाते हैं

समाचारों के बीच ,

आंइडहोवन* की खुली सड़कों में तेज हवा से बचते शहर के बीच

खड़ी विशाल फिलिप्स कॉर्पोऱेशन की इमारत को देखता,

जेब्राक्रासिंग पे खड़ा सोचता,

क्या यह फिलिप्स रेडयो है !

 

Read More! Learn More!

Sootradhar