कविता अब कविता नहीं रही's image
0175

कविता अब कविता नहीं रही

ShareBookmarks

एक बार खबर उड़ी
कि कविता अब कविता नहीं रही

और यूं फैली

कि कविता अब नहीं रही !


यकीन करनेवालों ने यकीन कर लिया

कि कविता मर गई

लेकिन शक करने वालों ने शक किया

कि ऐसा हो ही नहीं सकता

और इस तरह बच गई कविता की जान


ऐसा पहली बार नहीं हुआ

कि यकीनों की जल्दबाज़ी से

महज़ एक शक ने बचा लिया हो

किसी बेगुनाह को ।

Read More! Learn More!

Sootradhar