![हमें वक़्फ़-ए-ग़म सर-ब-सर देख लेते's image](https://kavishala-ejf3d2fngme3ftfu.z03.azurefd.net/kavishalalabs/sootradhar_post/Hasrat_Mohani.png)
हमें वक़्फ़-ए-ग़म सर-ब-सर देख लेते
वो तुम कुछ न करते मगर देख लेते
न करते कभी ख़्वाहिश-ए-सैर-ए-जन्नत
जो वाइज़ तिरा रहगुज़र देख लेते
रसाई कहाँ बज़्म-ए-दुश्मन में अपनी
कि हम भी उन्हें इक नज़र देख लेते
तमन्ना को फिर कुछ शिकायत न रहती
जो तुम भूल कर भी इधर देख लेते
न रहती ख़बर दीन ओ दुनिया की 'हसरत'
जो सोते उन्हें बे-ख़बर देख लेते
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