Gafil Swami (born 22 July 1953, Aligarh) is an Indian poet of Hindi-language from Aligarh, Uttar Pradesh. He is known for his poetry on corruption.
He was born in Lalpur village of Aligarh district in Uttar Pradesh. His father was late Dheeri Singh and mother is Smt. Dhaura Devi. In 2012, a collection of his poetry called "Jai Ho Bhrashtachar Ki" was published by Nirupama Publication, Meerut.
Reportedly, by Dainik Jagran, In March 2013, he was awarded by Shabd Pravah Sahitya Manch, Ujjain.
गाफिल स्वामी (जन्म: २२ जुलाई १९५३, इगलास, अलीगढ) एक भारतीय साहित्यकार, कवि, लेखक एवं पत्रकार हैं।
कवि गाफिल स्वामी का जन्म उत्तर प्रदेश के अलीगढ जनपद के ग्राम लालपुर, इगलास में २२ जुलाई १९५३ को हुआ था। इनके पिता का नाम स्व. श्री धीरी सिंह व माता श्रीमती धौरा देवी है। इनका वास्तविक नाम गौरीशंकर सिंह हैं। वें एम. ए. में परास्नातक हैं। इनकी काव्य संग्रह "जय हो भ्रष्टाचार की" के लिए मध्य प्रदेश के शब्द प्रवाह साहित्य मंच, उज्जैन द्वारा इन्हें शब्द भूषण की मानद उपाधि से सम्मानित किया गया हैं।
जिंदगी पत्रकारिता से शुरुआत हुई। अनेक समाचार पत्रों में सभी तरह का कार्य किया। देश के कई प्रतिष्ठित पत्र पत्रिकाओ में इनकी रचनाये छपती रहती है। वर्ष २०१२ में निरूपमा प्रकाशन, मेरठ से जय हो भ्रष्टाचार की नामक इनकी काव्य संग्रह प्रकाशित हुई। यह पुस्तक देश में व्याप्त भ्रष्टाचार पर केन्द्रित है।