![सफ़ाई की सौगन्ध's image](https://kavishala-ejf3d2fngme3ftfu.z03.azurefd.net/kavishalalabs/sootradhar_post/deendayal_sharma.jpg)
सफ़ाई की सौगन्ध
आओ हम सब करें सफ़ाई
रलमिल सारे बहना भाई
तन की मन की आस-पास की
इधर-उधर की आम खास की
जगह-जगह जो लग गए जाले
उनकी है अब शामत आई ।
गर हम सारे रखें सफ़ाई
कण-कण की यदि करें धुलाई
फिर सारे नीरोग रहेंगे
बीमारी में लगे न पाई ।
पहला सुख नीरोगी काया
विद्वानों ने बात बताई
नित्य कर्म से जोड़ेंगे नाता
सबने मिल सौगन्ध है खाई ।
Read More! Learn More!