कभी हया उन्हें आई कभी ग़ुरूर आया's image
0137

कभी हया उन्हें आई कभी ग़ुरूर आया

ShareBookmarks

कभी हया उन्हें आई कभी ग़ुरूर आया

हमारे काम में सौ सौ तरह फ़ुतूर आया

हज़ार शुक्र वो आशिक़ तो जानते हैं मुझे

जो कहते हैं कि तिरा दिल कहीं ज़रूर आया

जो बा-हवास था देखा उसी ने जल्वा-ए-यार

जिसे सुरूर न आया उसे सुरूर आया

ख़ुदा वो दिन भी दिखाए कि मैं कहूँ 'बेख़ुद'

जनाब-ए-'दाग़' से मिलने मैं राम-पूर आया

Read More! Learn More!

Sootradhar