जिस में सौदा नहीं वो सर ही नहीं's image
0101

जिस में सौदा नहीं वो सर ही नहीं

ShareBookmarks

जिस में सौदा नहीं वो सर ही नहीं

दर्द जिस में नहीं जिगर ही नहीं

लोग कहते हैं वो भी हैं बेचैन

कुछ ये बे-ताबियाँ इधर ही नहीं

दिल कहाँ का जो दर्द-ए-दिल ही न हो

सर कहाँ का जो दर्द-ए-सर ही नहीं

बे-ख़बर जिन की याद में हैं हम

ख़ैर से उन को कुछ ख़बर ही नहीं

'बेख़ुद'-ए-महव ओ शिकवा-हा-ए-इताब

इस मनुश का तो वो बशर ही नहीं

Read More! Learn More!

Sootradhar