
तुम सपनों को पूरा कर सकते हो!
भार होने के बावजूद भी न थकते हो,
तन्हाई के समक्ष ना कभी रुकते!
कभी खुदको शाबाशी क्यूं नहीं देते?
असत्य तुम्हें ना कर सकता भ्रष्ट,
जीवन में लगे रहते साथ कुछ कष्ट!
थोड़ी कभी राहत हैं,
अगर जागरूकता न रही तो आफत हैं!
कार्य अपना लगन से करते,
समाज कल्याण का ख़्याल भी रखते!
बहुत अकेली रातें
Read More! Earn More! Learn More!