
बड़े-बड़े भाईयों की थी जो जान,
आज बनेगी किसी की पहचान।
आँखों में सपने, हाथों में मेंहदी,
सज रही है चाँद सी महकती शाम।
माँ के आँचल की प्यारी खु
Read More! Earn More! Learn More!
बड़े-बड़े भाईयों की थी जो जान,
आज बनेगी किसी की पहचान।
आँखों में सपने, हाथों में मेंहदी,
सज रही है चाँद सी महकती शाम।
माँ के आँचल की प्यारी खु