वक्त की आवाज है
गले तुम मिला चलो,
"सेवईयां" गर मिले तुम्हें
तुम "गुजिया" लिए चलो
धर्म की चाल में
न चालबाज तुम बनो,
राजनीति जाल है
ना जंजाल में पड़ो,
अंधेरी रात है, ना सूर्य का भी साथ ह
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वक्त की आवाज है
गले तुम मिला चलो,
"सेवईयां" गर मिले तुम्हें
तुम "गुजिया" लिए चलो
धर्म की चाल में
न चालबाज तुम बनो,
राजनीति जाल है
ना जंजाल में पड़ो,
अंधेरी रात है, ना सूर्य का भी साथ ह