मुझमें बुराई और खुद में अच्छाई ढूँढते हो  | Happy Dussehra's image
302K

मुझमें बुराई और खुद में अच्छाई ढूँढते हो | Happy Dussehra

मुझमें बुराई और खुद में अच्छाई ढूँढते हो

जानता हूँ मैं तुम यहाँ मुझ से बड़े रावण हो


जलाते मुझे बार बार पर मैं मरता नहीं कभी

मेरे ज़िन्दा रहने के तुम्हीं सबसे बड़ा कारण हो


सफल कभी हुए नहीं पर करते प्रयास बार बार

असफलताओं के सबसे बड़े तुम उदाहरण हो


अंदर झांक कर देख सको तो देखो एक बार

तुम ख़ुद किए बैठे १०-१० मुखौटे धारण हो


कई बार जलाया पर फिर भी जला मैं कहाँ

Tag: poetry और1 अन्य
Read More! Earn More! Learn More!