
सपनों को अपने से
जुदा न होने देना कभी
पखेरू हैं सपनें
उड़ने देना उन्हें
स्वच्छंद आकाश में
बिन सपनें
लड़खड़ा जायेगी ज़िन्दगी
परकटे पक्षी सी
उन्हें पंख देना,और हवा भी
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जुदा न होने देना कभी
पखेरू हैं सपनें
उड़ने देना उन्हें
स्वच्छंद आकाश में
बिन सपनें
लड़खड़ा जायेगी ज़िन्दगी
परकटे पक्षी सी
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