
फुसफुसाने लगी हैं शहर की सारी गलियाँ
हमारे इश्क़ की सबको ख़बर हो गई शायद
सुना था इश्क़ और मुश्क छुपाये नहीं छुपते
हमारा भी इश्क़ जग जाहिर हो गया शायद
आजकल हमें हिचकियाँ आने लगीं हैं बहुत
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फुसफुसाने लगी हैं शहर की सारी गलियाँ
हमारे इश्क़ की सबको ख़बर हो गई शायद
सुना था इश्क़ और मुश्क छुपाये नहीं छुपते
हमारा भी इश्क़ जग जाहिर हो गया शायद
आजकल हमें हिचकियाँ आने लगीं हैं बहुत