
तान ली बर्फ़ीली हवाओं की चादर कभी
कभी सूरज को सिरहाने लगा के सो गये
ओढ़ा कभी बर्फ़ीले तूफ़ानों का ग़िलाफ़
कभी चट्टानों के बिस्तर पर सुस्ता लिये
Read More! Earn More! Learn More!
तान ली बर्फ़ीली हवाओं की चादर कभी
कभी सूरज को सिरहाने लगा के सो गये
ओढ़ा कभी बर्फ़ीले तूफ़ानों का ग़िलाफ़
कभी चट्टानों के बिस्तर पर सुस्ता लिये