फिर तुंम्हीं से दिल लगाया होता's image
262K

फिर तुंम्हीं से दिल लगाया होता

अगर होता दिल फिर तुम्हीं से दिल लगाया होता

घीसे पत्थरों से फिर वहीं एक मूरत बनाया होता


मैं तो अंधेरे कमरे में क़ैद गुमनाम एक साया था 

एक आहट से भी फिर वहीं दीपक जलाया होता 


मुनासिब कहा अब लौट कर मेरा वापिस आना

काश तुमने लाश को घर अपने दफ़नाया होता 


सुनाती अगर तुम किस

Read More! Earn More! Learn More!