चलो फिर से चला जाए,
जिंदगी को समझा जाए ।
पहले जब समझे थे तो कम ही समझे थे,
सोचा एक बार फिर से समझा जाए ।
चलो फिर से चला जाए,
जिंदगी को समझा जाए ।
कदम कदम पर बाधाएं है,
बिखरी पड़ी झूठी आशाएं है ।
बताओ फिर कैसे जिया जाए?
किस तरह इसे समझा जाए ।
चलो फिर से चला जाए,
जिंदगी को समझा जाए ।
उम्मीदें जो हम खुद से किया करते थे,
जिन उम्मीदों पे जिया करते थे ।
उन उम्मीदों को फिर से किया जाए,
अपने खातिर फिर से जिया जाए ।
चलो फिर से चला जाए,
जिंदगी को समझा जाए ।
वक्
Read More! Earn More! Learn More!