![गठबंधन's image](https://kavishala-ejf3d2fngme3ftfu.z03.azurefd.net/kavishalalabs/post_pics/%40thakur-yogendra-singh/None/IMG-20220609-WA0044_30-11-2022_19-01-18-PM.jpg)
वक्त के साथ चलेगा, तो निखर जाएगा।
और जो रुक गया, सपनों सा बिखर जाएगा।।
नींव गर मजबूत हो तो, ठोस बनती है इमारत।
खोखली हो नींव तो कल ढह ये शिखर जाएगा।।
श्वास जब तक है बदन में, नाम भी जिन्दा रहेगा।
स्वर्गवासी, श्वास के, जाते ही ये कहलाएगा।।
जा रही वादों की रौनक, सोच हर आजाद है।
धीरे धीरे बेअसर, इनका
Read More! Earn More! Learn More!