कि शायद.......'s image
जी ले खुल कर
कि ये शमा शायद 
फिर ना आएगा
कि चन्दा ये आसमां का 
कहीं खो जाएगा
कि हमदोनो यु साथ शायद 
फिर ना बैठेंगे
कि हाथों में जो हैं हाथ
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