मां's image

तुम बहुत खूबसूरत लगती हो

जब करती हो सादगी का श्रृंगार,

जब लेती हो स्थिरप्रग्य अवतार ,

और फिर जब बना लेती हो श्रुतियों को अलंकार

सच में ,

तुम बहुत खूबसूरत लगती हो

ये लगना कितना अज़ब है

और होना कितना गजब है

कभी कभार या ज़ार बार ,

जब करती हो असत्य का तिरस्कार

सच .....

दे जाती हो भावनाएं हजार

और फिर वो भावनाएं कर जाती

Read More! Earn More! Learn More!