हम-तुम एक डाल के पंछी, आओ हिलमिल कर कुछ गाएँ।
अपनी प्यास बुझाएँ, सारी धरती के आँसू पी जाएँ।।
अपनी ऊँचाई पर नीले
अम्बर को अभिमान बहुत है।
वैसे इन पंखों की क्षमता,
उसको भली
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हम-तुम एक डाल के पंछी, आओ हिलमिल कर कुछ गाएँ।
अपनी प्यास बुझाएँ, सारी धरती के आँसू पी जाएँ।।
अपनी ऊँचाई पर नीले
अम्बर को अभिमान बहुत है।
वैसे इन पंखों की क्षमता,
उसको भली