जग बेगाना
मुझे तो ये जग बेगाना लगता है
जब ढूंढना चाहता हूँ सपने अपने
तब मुफ़लिस निराला लगता है
खाली परवाना सा लगता है
जब चाहता हूँ रंग बिखेरना कल्पन
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जग बेगाना
मुझे तो ये जग बेगाना लगता है
जब ढूंढना चाहता हूँ सपने अपने
तब मुफ़लिस निराला लगता है
खाली परवाना सा लगता है
जब चाहता हूँ रंग बिखेरना कल्पन