
नोट पे धन की देवी रिद्धिसिद्धिदाता दिखे
उनके मोम डेड ब्रो को जगह मिलने लगे
काशी मथुरा न बचे अयोध्या की याद करे
जगह बचे विराट या तैतीस करोड़ देव छपे
असली हिन्दू क्या बोले ये आस्था से खेले
कसूर क्या घोड़े भागे जो खुला मैदान मिले
धर्म कितना विराट क्या बोले हम चुप भले
नोट तो ठीक जब मौजे पर छपे ये चुप रहे
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