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चक्षु पटल उघाडिए
suresh kumar gupta
April 30, 2023
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भृकुटि से तकदीर बदल जाती
मगर चक्षुहीन कहते रहते सभी
देर हुई है चक्षु उघाड़ो महादेवी
आसभरी नजरो से देखते सभी
न्याय आज गरीबो से दूर खडा
गरीब किसका द्वार खटखटाए
अभ्यर्थी द्वार पर बरसो पड़े हुए
न्याय वकील के शुल्क बढ़ चले
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