अनिर्वचनीय आनंद पाते's image
417K

अनिर्वचनीय आनंद पाते

मेरी कहानी सुन पाओगे दर्द महसूस करोगे
नन्ही बच्ची बिलखी भीड़ की आंखे नम हुई

दर्द रोने हम कहां जाते खैरख्वाह बन आये
इंतजार किया कोई दर्द सुने दो आंसू बहाए

अत्याचार मज़बूरी के शिकार जो हो जाते
बैठते करीब दास्तान सुनके शकुन दे जाते

कठिन डगर पर काश आप दर्द जान पाते
Read More! Earn More! Learn More!