तू एक फूल बन के खील जा
में तेरी खूसबू बनू
तेरे आंचल के हरे पत्तों पे
में ओस बन के ठहर जाऊं
चल यूहीं जिंदगी का गुलजार हम सजाते हैं
लहरादे तू आंचल
रात होजाए
हसदे खिलके तो चांद आजाए
में तेरी खूसबू बनू
तेरे आंचल के हरे पत्तों पे
में ओस बन के ठहर जाऊं
चल यूहीं जिंदगी का गुलजार हम सजाते हैं
लहरादे तू आंचल
रात होजाए
हसदे खिलके तो चांद आजाए
Read More! Earn More! Learn More!