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प्रेम अब खंडित रहेगा

मिल रही थी भाग्य रेखा किंतु इनको मोड़ डाला

एक पल सोचा नहीं और बन्धनों को तोड़ डाला


मौन अधरों ने किये थे अनकहे संवाद तुमसे

व्यर्थ था लेकिन मेरा इतना सरल अनुवाद तुमसे


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