मेरा संघर्ष
जूझ रहा हूँ मैं, खुद से
ठन गई है मेरी, इस जीवन से
रुकना मेरी फितरत नहीं,
झुकना मेरी किस्मत नहीं|
मैं आगे बढ़ना चाहता हूँ
मैं कुछ अद्भुत करना चाहता हूँ|
संघर्षरत हूँ मैं, खुद से
फर्क नही पड़ता,
क्या कहती है ये दुनियां?
फिक्र नहीं है,
क्या सोचती है ये दुनियां?
मैं कुछ पाना चाहता हूँ
मैं कुछ अद्भुत करना चाहता हूँ|
कठिनाई की हर नौका को पार कर,
डगर की हर एक बाधा पर वार कर,
संघर्षपथ की चुनौतियों पर झंझावात कर,
मिली असफलताओं पर जय प्राप्त कर,
मेरी मेहनत की गाथा बतलाने वाले
निशाँ छोड़ जाना चाहता हूँ|
मैं कुछ अद्भुत करना चाहता हूँ||
मेरे जूनून के अस्त्र से
दृढ़ इच्छाशक्ति के शस्त्र से |
मेरी मेहनत पर
हौसले का लेप लगाकर,
जिन्दगी के हर पन्ने से,
असम्भव शब्द को मिटाकर,
कदम-दर-कदम आने वाली
मुसीबतों से लोहा लेकर,
मैं आगे बढ़ना चाहता हूँ|
मैं कुछ अद्भुत करना चाहता हूँ|
इतिहास के अमिट पन्नों से
लोगों की जुबानी बनना है मुझे|
प्रेरक कहानियों के हीरो से
जन की प्रेरणा बनना है मुझे|
दृढ़ इच्छाशक्ति के बल पर
यूं जुनूनी होना मेरा ,
शायद किसी को पागलपन लगेगा|
पर