
भावों का शब्द बन निकलना ज़रूरी है
मुहब्बत है तो कहना ज़रूरी है
कुछ कदम चलना जरूरी है,
कुछ अच्छा लिखना जरूरी है,
कुछ बेहतर सोचना जरूरी है,
सोच को अमल में लाना भी जरूरी है.
तुम नहीं
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भावों का शब्द बन निकलना ज़रूरी है
मुहब्बत है तो कहना ज़रूरी है
कुछ कदम चलना जरूरी है,
कुछ अच्छा लिखना जरूरी है,
कुछ बेहतर सोचना जरूरी है,
सोच को अमल में लाना भी जरूरी है.
तुम नहीं