
रौंदकर अपनी तकलीफों को आओ जिंदगी जियें
पीसकर अपने दुखों को आओ ज़िंदगी जियें
चूरकर नफरतों को आओ गले लग जाएँ
भूलकर वेदनाओं को आओ जरा खिलखिलाएं
सुनकर कोयल की बोली ज़रा मुस्कुराएं
चहकते बचपन को यादकर आओ गम भुलाएं
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रौंदकर अपनी तकलीफों को आओ जिंदगी जियें
पीसकर अपने दुखों को आओ ज़िंदगी जियें
चूरकर नफरतों को आओ गले लग जाएँ
भूलकर वेदनाओं को आओ जरा खिलखिलाएं
सुनकर कोयल की बोली ज़रा मुस्कुराएं
चहकते बचपन को यादकर आओ गम भुलाएं
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