
माटी करे पुकार
देश पुकारे
धर्म पुकारे
वक़्त नहीं अब केवल
शास्त्रों की चर्चा करने का,
वक्त नहीं हाथों मे
हाथ यूँ धरने का ॥
एक बार कायरों ने छिप
मासूमों पे वार किया
हंसते खिलते पहलगाम को
लाल खून स रंग दिया ॥
माँ भारती के गौरव को
फिर से
Read More! Earn More! Learn More!