"मां"'s image


आपकी उंगली पकड़ के बड़ा हुआ हूं मैं ,
चाहे जितना बड़ा हो जाऊं आपके लिए आज भी बच्चा हूं मैं

अपनी कोख में मुझे 9 महीने रखना ,
मेरे न होते हुए भी मेरी हर जरूरत का ख्याल रखना,
मेरा लाड़ करना मेरा दुलार करना ,
मेरी हर छोटी बड़ी चीज का ख्याल रखना,

जब पैदा हुआ तो सबसे ज्यादा आपका खुश होना,
जब चलने लगा तो सबसे ज्यादा आपका खुश होना,
जब बोलने लगा तो सबसे ज्यादा आपका खुश होना,

दो रोटी मांगू तो चार खिला देना ,
स्कूल न जाना चाहु तो मेरे माथे को चूम मेरे साथ खुद स्कूल तक चले जाना,
न पढ़ने पर मुझे बड़ा आदमी बनने का सपना दिखाकर एक दो थप्पड़ मार जबरदस्ती पढ़ने को बैठा देना,

जब खेलने जाऊं तो मुझे ये कह कर रोक देना की चोट लग जाएगी ,
जब चोट लग जाए तो मेरे साथ खुद भी रो पड़ना...

और वो दिन जब पहली बार मैं क्लास में टॉप किया तो आपका हद से ज्यादा खुश हो जाना...
और बस आपको खुश देखने के लिए मेरा यूंही पढ़ते जाना,


मेरी नादानियों, मेरी शैतानियों, मेरी बदमाशियों को हंस कर टाल देना ,
कुछ ऊंच नीच की हरकतों पर थोड़ा बहुत मुझे पीट देना,
फिर जब रोने लग जाऊं तो अपने ही गले लगा मुझे चुप कर लेना ,
मुझे नहीं लगता इस से बढ़कर भी किसी रिश्ते को नाम देना ......!!

आज जब इतना बड़
Read More! Earn More! Learn More!