![चिराग's image](https://kavishala-ejf3d2fngme3ftfu.z03.azurefd.net/kavishalalabs/post_pics/%40shahnawaz-ahmad/None/%E0%A4%9A%E0%A4%B0%E0%A4%97_31-03-2023_08-18-25-AM.jpg)
चिराग”
चिरागों की तरह सुबह-शाम जलते हैं
दिल में जज्बात लिए हर पल पिघलते हैं |
आँखों में तस्वीर लिए उनकी फिरता हूँ दर-बदर
तन्हाई में ,याद कर,रातों को जुगनू की तरह जलते हैं |
सितमगर हर पल ज़माने भर की सहते हैं
तेरी बेवफाई को याद कर पतंगों की तरह जलते हैं |Read More! Earn More! Learn More!