
ना जिस दिन बात हो उससे बहुत बेहाल रहती है
बहुत कमसिन बड़ी नादान है, गुस्से में लाल रहती है
मेरे हाथों की रेखाएं बनाई रब ने कुछ ऐसी <
बहुत कमसिन बड़ी नादान है, गुस्से में लाल रहती है
मेरे हाथों की रेखाएं बनाई रब ने कुछ ऐसी <
Read More! Earn More! Learn More!