
रोते रोते आँखो से,
आँसू भी अब सूख गऐ
बहते,बहते गालो पर,
वो निशा भी अपने छोड गऐ
खुलती रही ..
हर रोज यादो की परते
ओर अब तो..
उन परतो के नम्बर भी हम भूल गये
बेचैनी सी है दिल मे..
करनी थी उनसे अभी बाते बहुत,
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रोते रोते आँखो से,
आँसू भी अब सूख गऐ
बहते,बहते गालो पर,
वो निशा भी अपने छोड गऐ
खुलती रही ..
हर रोज यादो की परते
ओर अब तो..
उन परतो के नम्बर भी हम भूल गये
बेचैनी सी है दिल मे..
करनी थी उनसे अभी बाते बहुत,