![श्री चित्रगुप्त वंदना - कुण्डलिया छंद में लिखी कविता's image](https://kavishala-ejf3d2fngme3ftfu.z03.azurefd.net/kavishalalabs/post_pics/%40saurabh-suman/None/Shree-Chitragupta-Maharaj-1_26-10-2022_08-35-13-AM.png)
मनुष्य कर्म के चित्रक, आयुध कलम दवात,
धर्मापति धर्म प्रबंधक, शीतल ज्ञान प्रपात।
शीतल ज्ञान प्रपात, त्रिदेव-गुण, साध समर्थ,
मैं मूढ़ मति अज्ञात, हे कुल श्रेष्ठ कायस्थ,
निर्गुण-सगुण प्रवीण, प्रभुवर ज्ञान केतु भरो,
मैं निज वत्स चित्रांश, मस्तक वरद हस्त धरो।
Read More! Earn More! Learn More!