
मैं आऊँगा एक बार फिर,
तुम्हारी स्मृतियों में,
तुम देखोगी उस अतीत को,
जब हम हँस कर बातें करते थे,
तुम मुस्काओगी सोच कर,
उन मधुर क्षणों को याद कर,
हाथों को आपस में बाँध,
उँगलियों से हथेलियाँ कुरेदोगी,
धरा पर दृष्टि गड़ाए,
दाँतों से अधरों को चबाओगी,
पर इन सब में नहीं भुलोगी,
तुम एक पल भी मुस्काना।
मैं आऊँगा एक बार फिर,
तुम्हारे स्वप्न में,
तुम कुनमुना कर लोगी करवट,
जैसे लजाकर पलकें झुकाती थी,
तुम देखोगी उस झूले को,
जिस पर मैं तुम्हारे साथ हूँ,Read More! Earn More! Learn More!