हुनर कश्तियों को बाँधने का बनाए रखना's image
541K

हुनर कश्तियों को बाँधने का बनाए रखना

तूफ़ानों का दौर है,

आँधियाँ तो चलेंगी ही।

टूटेंगी कश्तियाँ भी!

टूटेंगे साहिल भी!

माना कि क़ुव्वत है तुझमें,

तूफ़ानों से लड़ने की ए दोस्त!

वक्त का तक़ाज़ा है,

करने दे

Tag: poetry और4 अन्य
Read More! Earn More! Learn More!