वो…'s image

क्यूंकि यह मोहब्बत के मोहब्बत के दिन हैं



वो.

वो चांदनी के रथ पे तारों की रवानी

वो आँखों-आँखों में गुज़र जाए रातें सुहानी

भीनी-भीनी बहारों की वो तन पे निशानी

बरसात के मौसम की बेमिसाल कहानी

फूलों की दास्तां उनकी अपनी जुबानी

वो मस्त भंवरों की ग़ुंचो से छेड़खानी

हाथों में हाथ लिए कोई नाज़ुक नादानी

अपनी प्रेमी की धुन में इक प्रेम दीवानी


वो झांझरों में घुंघरुओं की मधुर झनझनाहट

वो चूड़ियों की बेइंतहा रंगों की खनखनाहट

वो बिंदिया में चमकते हुए जुगनुओं की झिलमिलाहट

वो कजरे की महक, वो काजल की तरावट

Read More! Earn More! Learn More!