बारिश में धुलकर धरती निखर जाए।
हरीभरी साड़ी में दुल्हन जैसे सज-सवर जाए।
उछलते कूदते खिलखिलाते झरने,
शीतल चमकीले जैसे हीरे के हो गहने।
दूल्हा बन सूरज बादलों की बारात ले आए।
सुंदर सजीली धरती देख,
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हरीभरी साड़ी में दुल्हन जैसे सज-सवर जाए।
उछलते कूदते खिलखिलाते झरने,
शीतल चमकीले जैसे हीरे के हो गहने।
दूल्हा बन सूरज बादलों की बारात ले आए।
सुंदर सजीली धरती देख,