Browse
Events
Chapters
Authors
Quiz
More
About Us
Blog
Reviews
Careers
Contact Us
Opportunities
UAE
Login / Sign Up
Home
Profile
Home
Profile
Poetry
1 min read
208K
अविरत, अनमोल हैं आप
सम्रिता®
May 23, 2022
Explore with
अविरत हलचल हैं आप।
सागर की गहराई से उभर कर,
आसमान छूने का जज़्बा हैं आप।
अविरत ज़िन्दगी जीने की कला हैं आप।
हर आँधी-तूफ़ान से लड़ती,
ना झुकती, ना टूटती चट्टान हैं आप।
अविरत कुछ सीखने
Read More
Join Our WhatsApp Community
Read More! Earn More! Learn More!
Login/ Signup